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महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार हमी योजनेअंतर्गत परभणी जिल्ह्यासहच पूर्णा तालुक्यातील गरजू लाभार्थी शेतकऱ्यांनी व्याजा बट्याचे पैसे काढून गत वर्षी आपल्या शेतीत सिंचन विहरी व विविध फळबागेची लागवड केली.परंतु राज्य व केंद्र सरकारच्या आडमुठ्या धोरणामुळे सिंचन विहरी आणि सिताफळ, पेरु, अंबा, संत्रा, लिंबोनी आदी फळबागेचे अनुदान रखडले आहे.

Updated on 10 June, 2023 4:06 PM IST

महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार हमी योजनेअंतर्गत परभणी जिल्ह्यासहच पूर्णा तालुक्यातील गरजू लाभार्थी शेतकऱ्यांनी व्याजा बट्याचे पैसे काढून गत वर्षी आपल्या शेतीत सिंचन विहरी व विविध फळबागेची लागवड केली.परंतु राज्य व केंद्र सरकारच्या आडमुठ्या धोरणामुळे सिंचन विहरी आणि सिताफळ, पेरु, अंबा, संत्रा, लिंबोनी आदी फळबागेचे अनुदान रखडले आहे.

विहिरीचे बांधकाम करुन देखील त्याची कुशल अनुदान देण्यात आली नाहीत. त्यामुळे सर्व लाभार्थी शेतकरी हैराण झाले असून दररोज पंचायत समिती मध्य चकरा मारुन परेशान झालेत. दरम्यान पूर्णेच्या मरसुळचे लाभार्थी शेतकरी तर अक्षरश:वैतागून जाऊन गळफास घेण्याच्या तयारीत दिसून येताहेत.

तेव्हा परभणीचे जिल्हाधिकारी, जिल्हा परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी, पूर्णा गटविकास अधिकारी यांनी त्वरित अनुदान वाटपाची देयके चालू नाही केल्यास सर्व लाभार्थी शेतकरी सरकार व प्रशासकीय अधिकाऱ्यांच्या विरुद्ध मोठे आंदोलन करण्याच्या तयारीत आहेत.

प्रतिनिधी : आनंद ढोणे पाटील परभणी

English Summary: Subsidy of irrigation well orchard under Parbhani employment guarantee scheme stopped
Published on: 10 June 2023, 04:06 IST

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