Agripedia

भारत का किसान दिनभर खेत में मेहनत करता है। वह अन्न उगाता है, देश को पोषित करता है… लेकिन खुद को दर्शन करने का मौका नहीं मिलता। ऐसी परिस्थितियों में 1975 में नागपुर के शिक्षक के. टी. मेश्रम (गुरुजी) ने ठान लिया.

Updated on 29 September, 2025 12:33 PM IST

भारत का किसान दिनभर खेत में मेहनत करता है।

वह अन्न उगाता है, देश को पोषित करता है… लेकिन खुद को दर्शन करने का मौका नहीं मिलता। ऐसी परिस्थितियों में 1975 में नागपुर के शिक्षक के. टी. मेश्रम (गुरुजी) ने ठान लिया.

“अमीर लोग हवाई जहाज से जाते हैं… उन्हें जाने दो…

लेकिन हमारे किसान को भी काशी-बद्रीनाथ देखने का हक है!”

और यहीं से जन्म हुआ- ‘तथागत ट्रैवल्स’ का!

आज यह कंपनी किसानों के लिए ‘यात्रा का आधार’ बन चुकी है।

किसान के लिए किफायती यात्रा- यही उनका उद्देश्य है!

- बजट में धार्मिक + ऐतिहासिक टूर

- शाकाहारी + मांसाहारी घरेलू भोजन

‘यात्रा पहले, भुगतान बाद!’- किस्तों की सुविधा उपलब्ध

- बस में गाने, भजन, मनोरंजन- और घर जैसा माहौल!

गांव-गांव के कई किसान परिवारों ने पहली बार काशी, हरिद्वार, द्वारका, बुद्धगया, लुंबिनी, राजस्थान, अमरनाथ की यात्रा तथागत की यात्राओं के माध्यम से ही की है।

किसानों का आशीर्वाद- और उद्योग जगत की भी सराहना!

- लोकमत टाइम्स का- Shining Star of नागपुर Award

- My FM 94.3 का- Business Excellence Award

- News India 24 का- विदर्भ गौरव अवॉर्ड.

- Radio City का- विदर्भ आइकॉन अवॉर्ड.

- MBS अमरावती का- धम्मभूषण अवॉर्ड.

- लेकिन सावधान- हमारे नाम का दुरुपयोग करने वालों से सावधान रहें! क्योंकि कुछ लोग तथागत ट्रैवल्स के नाम से झूठे SMS भेज रहे हैं।

-  बुकिंग करते समय केवल इस अधिकृत नंबर पर संपर्क करें: राजा मेश्राम- 9373286715 / 9595680585

हमारा पता- तथागत ट्रैवल्स

राहुल कॉम्प्लेक्स, शॉप नं. 72, बस स्टैंड चौक, होटल शिवाला के सामने, गणेशपेठ, नागपुर- 440018

वेबसाईट- https://www.tathagattravels.org

 

लेखक: नितीन रा. पिसाळ

कृषि पर्यटन व ग्रामीण विकास अभ्यासक
फार्मर जर्नलिस्ट - कृषि जागरण

English Summary: “Village Ke Kisan Ko Bhi Darshan Ka Mauka – 50 Years of Yatra Ka Saathi ‘Thathagat Travels’!”
Published on: 29 September 2025, 12:33 IST