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शेतकरी आता पारंपारिक शेती (Agriculture) करण्याऐवजी फळबाग (Orchard) लागवड करताना जास्त प्रमाणात दिसत आहेत.

Updated on 05 March, 2022 2:17 PM IST

शेतकरी आता पारंपारिक शेती (Agriculture) करण्याऐवजी फळबाग (Orchard) लागवड करताना जास्त प्रमाणात दिसत आहेत. शेतकऱ्यांना ( Farmer) यासासाठी शासनाकडुन विविध योजनांच्या माध्यमातुन हातभार लावत आहेत.

उद्दिष्ट-फळबाग लागवड वाढवुन व्यवसायात वाढ करणे व उत्पादन वाढवणे हे उद्दिष्ट

योजनेची व्याप्ती-

महाराष्ट्रातील ३४ जिल्ह्यांमध्ये (District) राबवली जाते.

या योजनेत समाविष्ट फळपिके-

सिताफळ, आवळा, चिंच,आंबा, काजवा, चिकू, पेरू, डाळिंब, संत्रा मोसंबी, नारळ,जांभूळ, अंजीर कलमे,बोर,कोकम, कवर

 तसेच वृक्षांमध्ये कडूलिंब, सोनचाफा,गिरीपुष्प,साग, सुपारी,शेवगा, बांबू, हादगा, जेट्रोफा तसेच इतर औषधी वनस्पतींचा समावेश होतो. तसेच गुलाब, मोगरा आणि निशिगंध सारखे फुलपिके.

1) लाभार्थ्यांच्या नावावर शेतजमीन असणे आवश्यक

2) मनरेगा जॉब कार्ड असणे आवश्यक आहे.

3) या योजनेसाठी जॉब कार्ड धारक अ या प्रवर्गातील कोणतीही व्यक्ती वैयक्तिक लाभार्थी म्हणून लाभ (Benefits)घेण्यास पात्र राहते. त्यामध्ये अनुसूचित जाती,

अनुसूचित जमाती

4) दारिद्र रेषेखालील लाभार्थी

5) भूसुधार योजनेचे लाभार्थी

6) इंदिरा आवास योजनेचे लाभार्थी

7) कृषी कर्ज माफी योजना 2008 नुसार अल्पभूधारक व सीमांत शेतकरी (Farmer)

8) अनुसूचित जमातीचे व अन्य परंपरागत वननिवासी

महिलाप्रधान कुटुंबे इत्यादींचा सामावेश होतो.

English Summary: The horticulture program is carried out under this scheme, these are the terms and conditions for the beneficiaries.
Published on: 05 March 2022, 02:17 IST

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